DC और MI टीम का SWOT एनालिसिस:रोहित की टीम के पास धमाकेदार टॉप ऑर्डर; पंत की टीम का स्पिन डिपार्टमेंट कमजोर

26 मार्च से IPL के 15वें सीजन की शुरुआत होने जा रही है। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेला जाएगा। वहीं, रिकॉर्ड 5 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस अपना पहला मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेलेगी।
इस आर्टिकल में हम मुंबई और दिल्ली की टीम का SWOT एनालिसिस करेंगे और जानेंगे कि टीम इस सीजन में कैसा परफॉर्म कर सकती है। SWOT मतलब ताकत (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का एनालिसिस।
मुंबई इंडियंस

स्ट्रेंथ
- अनुभवी और विस्फोटक टॉप ऑर्डर: टॉप ऑर्डर में टीम के पास रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जैसे अनुभवी और आक्रामक बैटिंग के लिए मशहूर खिलाड़ी मौजूद हैं। ये खिलाड़ी तेज और लंबी पारियां खेलने के लिए जाने जाते हैं और मुंबई के लिए लगातार अच्छा करते आ रहे हैं। इस बार ऑक्शन में टीम ने U19 वर्ल्ड कप में धमाल मचाने वाले डिवॉल्ड ब्रेविस को भी अपने साथ जोड़ा है। ब्रेविस को बेबी एबी- जूनियर एबी डिविलियर्स के नाम से जाना जाता है और वह मैदान के चारों ओर शॉट्स खेल सकते हैं।
- जोरदार पेस बॉलिंग अटैक: टीम का पेस अटैक पहले से और मजबूत हो गया है। मुंबई ने जसप्रीत बुमराह को रिटेन किया था और अब टीम के पास टाइमल मिल्स, रिले मेरेडिथ और जयदेव उनादकट भी जुड़ गए हैं, जो टी-20 स्पेशलिस्ट माने जाते हैं।
वीकनेस
- ऑलराउंडर की कमी: मुंबई के पास जोरदार पेस बॉलिंग जरूर है, लेकिन आर्चर को छोड़ दिया जाए तो बुमराह, उनादकट, मिल्स और बेसिल थंपी के पास बैटिंग की क्षमता नहीं है। अगर IPL की अन्य टीमों की बात करें तो चेन्नई के पास दीपक चाहर और दिल्ली के पास शार्दूल ठाकुर जैसे तेज गेंदबाज हैं, जो गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
- स्पिन डिपार्टमेंट कमजोर: क्रुणाल पंड्या और राहुल चाहर के टीम से जाने के बाद टीम का स्पिन डिपार्टमेंट कमजोर हो गया है। इस बार मयंक मार्कंडेय और मुरुगन अश्विन को टीम ने अपने साथ जोड़ा है, जिनके पास अनुभव की कमी है।
अवसर
- मुंबई की टीम युवा खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए जानी जाती रही है। इनमें जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, क्रृणाल पंड्या, ईशान किशन जैसे नाम शामिल है। इस बार भी टीम के पास तिलक वर्मा, बेबी एबी के नाम से मशहूर साउथ अफ्रीका के डिवॉल्ड ब्रेविस और अर्जुन तेंदुलकर जैसे नाम है जिनका प्लेइंग-11 में खेलना तय माना जा रहा है।
- अर्जुन पिछले साल भी टीम का हिस्सा थे, लेकिन उनको एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल सका था। जूनियर तेंदुलकर तेज गेंदबाजी के साथ-साथ निचले क्रम में बढ़िया बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
- कप्तानी में रोहित शर्मा का तजुर्बा और उनकी हालिया फॉर्म टीम के लिए फायदे का सौदा हो सकती है।
- अंतिम ओवरों में तेजी से रन बनाने के लिए टीम के पास टिम डेविड और किरोन पोलार्ड जैसे नाम मौजूद हैं, जो एक ही ओवर से मुकाबले की तस्वीर बदलने में माहिर हैं।

खतरा
खिलाड़ियों की चोट मुंबई के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। उनके पास बैक-अप में ऑप्शन की कमी है। जोफ्रा आर्चर 2022 सीजन से पहले ही बाहर हो चुके हैं। सूर्यकुमार यादव भी शुरुआती मैचों में नहीं खेलेंगे। कप्तान रोहित शर्मा ने भी चोट के साथ फरवरी में ही प्रोफेशनल क्रिकेट में कमबैक किया था। पिछले दो सीजन में भी हिटमैन चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट के कुछ मैचों में बाहर रहे हैं। इस सीजन में अगर कप्तान रोहित या टीम का अन्य कोई बड़ा नाम इंजर्ड हो जाता है, तो टीम की परेशानी बहुत बढ़ सकती है।
दिल्ली कैपिटल्स

स्ट्रेंथ
- विस्फोटक ओपनिंग पेयर: टीम के पास डेविड वार्नर और पृथ्वी शॉ जैसे ओपनिंग पेयर हैं। ये दोनों खिलाड़ी तेजी से रन बनाने में यकीन रखते हैं और पॉवरप्ले में ये जोड़ी विपक्षी टीमों को परेशान कर सकती है। इस जोड़ी के अलावा टीम के पास कप्तान ऋषभ पंत, मनदीप सिंह, यश धुल, रोवमन पॉवेल और सरफराज खान जैसे टी-20 स्पेशलिस्ट खिलाड़ी भी हैं। ये सभी टी-20 फॉर्मेट में सिर्फ एक पारी से मैच की तस्वीर को बदल सकते हैं।
- बेहतरीन बॉलिंग लाइनअप: पिछले दो सीजन की बात करें तो दिल्ली का बॉलिंग लाइनअप सबसे अच्छा रहा है। इस बार भले ही टीम के पास कगिसो रबाडा न हों, लेकिन एनरिक नोर्त्या, मुस्तफिजुर रहमान और लुंगी एनगिडी हैं। वहीं, भारतीय खिलाड़ियों में अपनी रफ्तार से बल्लेबाजों के होश उड़ाने वाले खलील अहमद और कमलेश नागरकोटी जैसे नाम हैं।
वीकनेस
- एनरिक नोर्त्या की फिटनेस: टीम ने अफ्रीकी पेसर एनरिक नोर्त्या को रिटेन किया था, लेकिन दिल्ली के लिए सबसे बड़ा कमजोर पक्ष नोर्त्या की फिटनेस हो सकती है। नोर्त्या फिलहाल हिप इंजरी से परेशान हैं। उन्होंने पिछले साल खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से प्रोफेशनल क्रिकेट नहीं खेला है। सीजन के दौरान भी अगर वे फिट नहीं हो पाते हैं, तो टीम के लिए बुरी खबर रहेगी।
- स्पिन बॉलिंग: पिछले साल दिल्ली के पास आर अश्विन और अमित मिश्रा जैसे स्पिन गेंदबाज थे, लेकिन इस बार टीम इस डिपार्टमेंट में कमजोर नजर आती है। हालांकि, टीम ने अक्षर पटेल को अपने पास बरकरार रखा और चाइनामैन कुलदीप यादव भी टीम से जुड़ गए हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में कुलदीप का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा है। पिछले 3 IPL सीजन में उन्होंने केवल 14 मैच खेले हैं और टीम इंडिया से भी अंदर बाहर होते रहे हैं।
- इसके अलावा टीम के पास विक्की ओस्तवाल और प्रवीण दुबे जैसे घरेलू स्पिनर्स हैं, जिनके पास अनुभव की कमी है।

अवसर
- दिल्ली ने अभी तक IPL ट्रॉफी नहीं जीती है। 2020 में टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी और पिछले साल भी प्लेऑफ तक का सफर तय किया था। ऋषभ पंत, डेविड वार्नर और पृथ्वी शॉ की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए इस बार टीम के पास खिताब जीतने का बढ़िया मौका रहेगा।
- टीम के पास अक्षर पटेल, रोवमन पॉवेल, मिचेल मार्श और शार्दूल ठाकुर जैसे ऑलराउंडर हैं, जो गेंद के अलावा बल्ले से भी बढ़िया योगदान दे सकते हैं। ये सभी पावर हिटिंग के लिए जाने जाते हैं। शार्दूल ने तो हाल-फिलहाल के समय में अपनी बैटिंग से सभी को खासा प्रभावित किया है।
खतरा
पिछले सीजन में, दिल्ली के मिडिल ऑर्डर में ऋषभ पंत के अलावा श्रेयस अय्यर और शिमरोन हेटमायर शामिल थे। इस बार टीम ने काफी एक्सपेरिमेंट किए हैं। मिडिल ऑर्डर में टीम के पास अनुभव की कमी साफ नजर आती है। अश्विन हेब्बार और यश धुल घरेलू क्रिकेट में ओपन करते हैं, लेकिन इस टीम में उनको अलग रोल में देखा जा सकता है। सरफराज खान के पास अनुभव है, लेकिन टीम सिर्फ उन पर निर्भर नहीं रह सकती।